गर्भावस्था के दौरान सही आहार लेना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि जो भी माँ खाती है, उसका सीधा असर बच्चे के विकास पर पड़ता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिन्हें प्रेग्नेंसी में नहीं खाना चाहिए? डॉ. कुमारी शिल्पा, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा की प्रसिद्ध गायनेकोलॉजिस्ट, आपको बताएंगी कि गर्भावस्था में किन चीजों से परहेज करना चाहिए और क्यों।
1️⃣ प्रेग्नेंसी में किन चीजों से परहेज करें?
गर्भावस्था में कुछ खाद्य पदार्थ माँ और बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। डॉ. कुमारी शिल्पा बताती हैं कि ऐसी चीजों से दूर रहना चाहिए जो इंफेक्शन, पाचन समस्याओं या अन्य जटिलताओं को जन्म दे सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसी कुछ चीजें:
2️⃣ कच्चे और अधपके खाद्य पदार्थ (Raw & Undercooked Foods)
❌ कच्चे अंडे (Raw Eggs)
✔ इनमें साल्मोनेला (Salmonella) नामक बैक्टीरिया हो सकता है, जिससे फूड पॉइजनिंग और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
✔ अंडे हमेशा अच्छी तरह पका कर ही खाएँ।
❌ अधपका या कच्चा मांस और सीफूड (Raw or Undercooked Meat & Seafood)
✔ इनमें बैक्टीरिया और पैरासाइट्स हो सकते हैं, जो माँ और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हैं।
✔ हमेशा पूरी तरह पका हुआ चिकन, मछली और मटन खाएँ।
❌ कच्चे अंकुरित अनाज (Raw Sprouts)
✔ स्प्राउट्स में बैक्टीरिया पनपने की संभावना अधिक होती है, जिससे पेट की समस्या हो सकती है।
✔ अंकुरित अनाज को अच्छी तरह उबालकर खाएँ।
3️⃣ हाई मर्करी वाली मछलियाँ (High Mercury Fish)
❌ शार्क, स्वोर्डफिश, किंग मैकेरल और ट्यूना जैसी मछलियाँ न खाएँ
✔ इनमें मर्करी की अधिक मात्रा होती है, जो शिशु के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुँचा सकता है।
✔ मछली खाना चाहते हैं तो सलमन, ट्राउट या कैटफिश जैसी मछलियाँ खाएँ।
4️⃣ अधिक कैफीन और सॉफ्ट ड्रिंक्स (Excess Caffeine & Soft Drinks)
❌ कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक्स में अधिक कैफीन
✔ कैफीन का अधिक सेवन मिसकैरेज और कम जन्म वजन (Low Birth Weight) का कारण बन सकता है।
✔ प्रेग्नेंसी में दिनभर में 200mg से अधिक कैफीन न लें।
✔ हर्बल चाय या नारियल पानी बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
❌ कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा
✔ इनमें अधिक मात्रा में चीनी और कृत्रिम मिठास होती है, जिससे गर्भकालीन मधुमेह (Gestational Diabetes) का खतरा बढ़ सकता है।
✔ ताजे फलों का जूस या छाछ बेहतर विकल्प हैं।
5️⃣ अनपाश्चराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट्स (Unpasteurized Dairy Products)
❌ कच्चा दूध और बिना पाश्चराइज किया हुआ पनीर
✔ इनमें लिस्टीरिया (Listeria) नामक बैक्टीरिया हो सकता है, जिससे गर्भपात या नवजात संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
✔ हमेशा उबला हुआ दूध और अच्छी तरह से पका हुआ पनीर खाएँ।
6️⃣ जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड (Junk & Processed Foods)
❌ फास्ट फूड जैसे बर्गर, पिज्जा और पैकेज्ड चिप्स
✔ इनमें ट्रांस फैट और अधिक सोडियम होता है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है और शरीर में सूजन ला सकता है।
✔ घर का बना पोषक भोजन सबसे अच्छा विकल्प है।
❌ प्रोसेस्ड मीट (Processed Meat) – जैसे सॉसेज और सलामी
✔ इनमें कृत्रिम संरक्षक और बैक्टीरिया होते हैं, जो गर्भावस्था में नुकसानदायक हो सकते हैं।
✔ बेहतर होगा कि ताजे, घर पर पके मांस का सेवन करें।
7️⃣ शराब और धूम्रपान (Alcohol & Smoking)
❌ शराब और तंबाकू उत्पाद पूरी तरह से बंद करें
✔ शराब से फीटल अल्कोहल सिंड्रोम (Fetal Alcohol Syndrome) का खतरा बढ़ता है, जिससे शिशु का मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित हो सकता है।
✔ धूम्रपान से कम जन्म वजन, प्रीमैच्योर डिलीवरी और सांस की समस्याएँ हो सकती हैं।
8️⃣ ज्यादा मसालेदार और तैलीय खाना (Spicy & Oily Foods)
❌ मिर्च-मसालेदार और तला-भुना खाना
✔ इससे एसिडिटी, हार्टबर्न और पाचन समस्याएँ हो सकती हैं।
✔ हल्का और संतुलित भोजन लें, जिससे पाचन सही रहेगा और बच्चा स्वस्थ रहेगा।
✅ स्वस्थ प्रेग्नेंसी के लिए सही आहार लें!
✔ संतुलित आहार में शामिल करें:
✅ हरी सब्जियाँ और ताजे फल
✅ दाल, चने, सोयाबीन जैसे प्रोटीन युक्त आहार
✅ दूध, दही और छाछ जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स
✅ आयरन और फोलिक एसिड युक्त भोजन
🔹 डॉ. कुमारी शिल्पा की सलाह: एक हेल्दी माँ ही एक हेल्दी बच्चे को जन्म देती है!
मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा की विशेषज्ञ गायनेकोलॉजिस्ट, डॉ. कुमारी शिल्पा कहती हैं कि गर्भावस्था में सही आहार लेना बहुत जरूरी है। अगर आपको अपने आहार को लेकर कोई संदेह है, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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📍 क्लिनिक का पता: तारा होटल वाली गली में, अयाची नगर, बेंता , दरभंगा
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