Common Misconceptions About PCOS and the Truth.

Common Misconceptions About PCOS and the Truth.

क्या आपको भी पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome) को लेकर कई तरह की बातें सुनने को मिलती हैं?
दरभंगा और बिहार में कई महिलाएँ इस समस्या से जूझ रही हैं, लेकिन इसके बारे में बहुत सारी गलतफहमियाँ फैली हुई हैं। गलत जानकारी के कारण महिलाएँ सही इलाज नहीं ले पातीं और मानसिक तनाव झेलती हैं।

आज हम मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा के विशेषज्ञ डॉक्टरों की मदद से पीसीओएस से जुड़ी 5 सबसे आम गलतफहमियों को दूर करेंगे और उनकी सच्चाई बताएंगे।


❌ गलतफहमी #1: सिर्फ ओवरवेट महिलाओं को ही पीसीओएस होता है

सच्चाई:
ऐसा नहीं है! पीसीओएस किसी भी महिला को हो सकता है, चाहे उसका वजन कम हो या ज्यादा। हां, वजन बढ़ना पीसीओएस का एक लक्षण हो सकता है, लेकिन स्लिम और फिट महिलाओं को भी यह समस्या हो सकती है।

📌 क्या करें?
पीसीओएस का इलाज वजन कम करने से नहीं, बल्कि सही डाइट, एक्सरसाइज़ और हार्मोन बैलेंस करके किया जाता है।


❌ गलतफहमी #2: पीसीओएस का मतलब है कि आप माँ नहीं बन सकतीं

सच्चाई:
यह पूरी तरह गलत है! पीसीओएस का मतलब यह नहीं है कि आप गर्भवती नहीं हो सकतीं। सही इलाज और लाइफस्टाइल सुधार से कई महिलाएँ आसानी से कंसीव कर पाती हैं।

📌 क्या करें?
अगर आपको गर्भधारण में दिक्कत आ रही है, तो फर्टिलिटी एक्सपर्ट से सलाह लें और सही ट्रीटमेंट शुरू करें।


❌ गलतफहमी #3: पीसीओएस का कोई इलाज नहीं है

सच्चाई:
पीसीओएस एक क्रॉनिक कंडीशन है, लेकिन इसे मैनेज किया जा सकता है। अगर आप सही डाइट, एक्सरसाइज़ और दवाइयों का पालन करें, तो इसके लक्षणों को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

📌 क्या करें?
✔ हेल्दी फूड खाएँ
✔ एक्सरसाइज़ करें
✔ तनाव कम करें
✔ डॉक्टर से रेगुलर चेकअप कराएँ


❌ गलतफहमी #4: पीसीओएस सिर्फ पीरियड्स से जुड़ी समस्या है

सच्चाई:
पीसीओएस सिर्फ पीरियड्स को प्रभावित नहीं करता, बल्कि यह पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। यह स्किन, बालों, हार्मोन, वजन, मेटाबॉलिज्म और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है।

📌 क्या करें?
अगर आपको अचानक वजन बढ़ना, चेहरे पर अनचाहे बाल आना, मुंहासे या मूड स्विंग्स जैसी समस्याएँ हो रही हैं, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


❌ गलतफहमी #5: पीसीओएस केवल प्रजनन आयु (Reproductive Age) की महिलाओं को होता है

सच्चाई:
पीसीओएस सिर्फ शादीशुदा या माँ बनने की उम्र की महिलाओं को ही नहीं होता, बल्कि यह किशोरियों और 40 साल से ऊपर की महिलाओं को भी प्रभावित कर सकता है।

📌 क्या करें?
अगर आपकी बेटी को पीरियड्स अनियमित हो रहे हैं, वजन बढ़ रहा है या मुंहासे ज्यादा हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और सही ट्रीटमेंट शुरू करें।


💡 निष्कर्ष

पीसीओएस को लेकर कई गलतफहमियाँ हैं, लेकिन सही जानकारी और इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आपको भी पीसीओएस के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा के विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह लें।

📞 अपॉइंटमेंट के लिए कॉल करें: +91 92791 37033
📍 पता: तारा होटल वाली गली, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा

👉 अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी तो इसे शेयर करें और कमेंट में अपने सवाल पूछें!

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