प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द एक आम समस्या है, जिससे ज्यादातर महिलाएँ जूझती हैं। शरीर में हो रहे बदलाव, बढ़ता वजन, और हार्मोनल बदलाव इस दर्द का कारण हो सकते हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! डॉ. कुमारी शिल्पा, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा की अनुभवी गायनेकोलॉजिस्ट, आपको बताएंगी कुछ आसान टिप्स जिनसे आप इस दर्द को कम कर सकती हैं।
कमर दर्द क्यों होता है प्रेग्नेंसी में?
- बढ़ता वजन — जैसे-जैसे बच्चा बढ़ता है, आपकी रीढ़ की हड्डी (spine) पर दबाव बढ़ता है, जिससे कमर दर्द हो सकता है।
- हार्मोनल बदलाव — प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में रिलैक्सिन (Relaxin) नामक हार्मोन रिलीज होता है, जो जोड़ (joints) और लिगामेंट्स को ढीला करता है।
- पोस्चर में बदलाव — पेट के बढ़ने से शरीर का संतुलन बदल जाता है और आप अनजाने में कमर पर ज्यादा दबाव डाल सकती हैं।
- स्ट्रेस और थकान — मानसिक तनाव और शारीरिक थकान भी दर्द बढ़ा सकते हैं।
डॉ. कुमारी शिल्पा के एक्सपर्ट टिप्स – कैसे पाएं राहत?
1️⃣ सही पोस्चर बनाए रखें
✔️ चलते, बैठते और सोते समय ध्यान रखें कि आपकी रीढ़ सीधी हो।
✔️ सीधे बैठें और बैठते समय पीठ के पीछे कुशन या सपोर्ट का इस्तेमाल करें।
✔️ खड़े होते समय दोनों पैरों पर समान वजन डालें और पेट अंदर की तरफ खींचें।
2️⃣ हल्की एक्सरसाइज़ और स्ट्रेचिंग करें
✔️ प्रीनेटल योग जैसे कैट-काउ पोज़ (Cat-Cow Pose) और तितली आसन (Butterfly Pose) करें।
✔️ रोज़ाना 20-30 मिनट वॉक करें।
✔️ डॉक्टर से पूछकर हल्की स्ट्रेचिंग करें, इससे मांसपेशियों में लचीलापन आएगा।
3️⃣ गर्म और ठंडी सिकाई का सहारा लें
✔️ दिन में 2-3 बार गर्म पानी की सिकाई करें, इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द कम होता है।
✔️ ठंडी सिकाई से सूजन और दर्द में राहत मिलती है, लेकिन इसे 10-15 मिनट से ज्यादा न करें।
4️⃣ सही जूते पहनें
✔️ ऊँची हील्स से बचें, क्योंकि ये कमर पर और दबाव डाल सकते हैं।
✔️ आरामदायक और सपोर्टिव फ्लैट जूते पहनें।
5️⃣ मसाज से पाएं राहत
✔️ हल्के हाथों से पीठ की मसाज करें, लेकिन ध्यान रहे कि प्रेशर ज्यादा न हो।
✔️ चाहें तो प्रेग्नेंसी-सेफ मसाज ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
6️⃣ अच्छी नींद लें
✔️ बाईं ओर करवट लेकर सोएं और घुटनों के बीच तकिया रखें, इससे कमर पर दबाव कम होगा।
✔️ गद्दा बहुत सख्त या बहुत मुलायम नहीं होना चाहिए।
7️⃣ वजन को नियंत्रित रखें
✔️ संतुलित आहार लें और ज्यादा वजन बढ़ने से बचें।
✔️ वजन बढ़ने से कमर पर और ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे दर्द बढ़ सकता है।
8️⃣ हाइड्रेटेड रहें
✔️ पर्याप्त पानी पिएं, ताकि शरीर में नमी बनी रहे और मांसपेशियाँ स्वस्थ रहें।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको ये लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
🚩 बहुत तेज और लगातार कमर दर्द हो।
🚩 पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट हो।
🚩 बुखार या योनि से किसी तरह का डिस्चार्ज हो।
डॉ. कुमारी शिल्पा, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में आपको मिलेगी बेहतरीन देखभाल और सही सलाह!
📞 अपॉइंटमेंट के लिए कॉल करें: +91 92791 37033
📍 क्लिनिक का पता: तारा होटल वाली गली में, अयाची नगर, बेंता , दरभंगा
प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द आम है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ न करें। सही देखभाल और कुछ आसान उपायों से आप इस दर्द को कम कर सकती हैं और अपनी प्रेग्नेंसी का सुखद अनुभव ले सकती हैं। डॉ. कुमारी शिल्पा की सलाह के साथ इस सफर को आसान और सुरक्षित बनाएं!
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