The Role of Ultrasound in Monitoring a Healthy Pregnancy.

The Role of Ultrasound in Monitoring a Healthy Pregnancy.

गर्भावस्था के दौरान हर माँ चाहती है कि उसका बच्चा स्वस्थ और सुरक्षित रहे। अल्ट्रासाउंड स्कैन इस यात्रा का एक अहम हिस्सा होता है, जिससे डॉक्टर गर्भ में पल रहे शिशु की स्थिति, विकास और स्वास्थ्य की निगरानी कर सकते हैं। लेकिन कई लोगों के मन में अल्ट्रासाउंड को लेकर सवाल होते हैं—क्या यह सुरक्षित है? कितनी बार करवाना चाहिए? क्या इससे बच्चे को कोई नुकसान होता है?

आज डॉ. कुमारी शिल्पा, जो कि मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा की अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, आपको अल्ट्रासाउंड की भूमिका और उसके महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी देंगी।


🔹 अल्ट्रासाउंड क्या है और यह कैसे काम करता है?

अल्ट्रासाउंड एक नॉन-इनवेसिव (Non-Invasive) और पूरी तरह सुरक्षित जांच है, जो साउंड वेव्स (ध्वनि तरंगों) की मदद से गर्भ में पल रहे शिशु की छवि (इमेज) बनाती है।

✅ यह डॉक्टर को बच्चे की स्थिति, आकार, हार्टबीट, और विकास को जांचने में मदद करता है।
✅ यह बिना किसी दर्द या रेडिएशन के पूरी तरह सुरक्षित प्रक्रिया होती है।
✅ इससे माता-पिता अपने बच्चे की पहली झलक देख सकते हैं! 👶💖


🔹 गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड कब और क्यों करवाना चाहिए?

गर्भावस्था के अलग-अलग चरणों में अलग-अलग उद्देश्यों से अल्ट्रासाउंड किया जाता है। आइए इसे तीन तिमाहियों (Trimesters) के अनुसार समझते हैं।

1️⃣ पहली तिमाही (0-12 हफ्ते)

📌 क्यों जरूरी है?
🔹 यह गर्भावस्था की पुष्टि करने में मदद करता है।
🔹 यह गर्भ के सही स्थान (गर्भाशय में है या कहीं और) की जाँच करता है।
🔹 शिशु की हार्टबीट सुनने और जुड़वा गर्भ (Twin Pregnancy) की पहचान करने में सहायक होता है।
🔹 यह बताता है कि बच्चा स्वस्थ तरीके से विकसित हो रहा है या नहीं।

📌 कब करवाना चाहिए?
6-8 सप्ताह और फिर 10-12 सप्ताह के बीच पहला अल्ट्रासाउंड करवाया जाता है।


2️⃣ दूसरी तिमाही (13-26 हफ्ते)

📌 क्यों जरूरी है?
🔹 शिशु की सामान्य संरचना (अंगों का विकास) देखने के लिए किया जाता है।
🔹 बच्चे के हाथ-पैर, सिर, रीढ़ की हड्डी, दिल, गुर्दे और अन्य अंगों का मूल्यांकन किया जाता है।
🔹 गर्भनाल (Placenta) और एम्नियोटिक फ्लूइड (Amniotic Fluid) की स्थिति की जाँच की जाती है।
🔹 यदि माता-पिता चाहें तो बच्चे का लिंग (Gender) भी पता किया जा सकता है (हालांकि भारत में यह कानूनी रूप से प्रतिबंधित है)।

📌 कब करवाना चाहिए?
18-22 सप्ताह के बीच यह अल्ट्रासाउंड जरूरी होता है, जिसे एनॉमली स्कैन (Anomaly Scan) कहा जाता है।


3️⃣ तीसरी तिमाही (27-40 हफ्ते)

📌 क्यों जरूरी है?
🔹 यह देखा जाता है कि शिशु का विकास सामान्य रूप से हो रहा है या नहीं।
🔹 शिशु की स्थिति (Head Down या Breech) का मूल्यांकन किया जाता है।
🔹 एम्नियोटिक फ्लूइड का स्तर और गर्भनाल के माध्यम से शिशु तक जाने वाले रक्त प्रवाह की जाँच की जाती है।
🔹 यदि गर्भवती महिला को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, या अन्य जटिलताएँ (High-Risk Pregnancy) हैं, तो यह स्कैन बहुत जरूरी होता है।

📌 कब करवाना चाहिए?
28-32 सप्ताह और फिर 36-38 सप्ताह के बीच अंतिम अल्ट्रासाउंड किया जाता है।


🔹 क्या अल्ट्रासाउंड सुरक्षित है?

💡 हां, अल्ट्रासाउंड पूरी तरह से सुरक्षित है और यह गर्भवती महिला या शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुँचाता।

✅ इसमें रेडिएशन का कोई उपयोग नहीं किया जाता।
✅ यह बिल्कुल दर्दरहित प्रक्रिया होती है।
✅ यह डॉक्टरों को शिशु के स्वास्थ्य की सही जानकारी देता है, जिससे संभावित जटिलताओं से बचा जा सकता है।

⚠️ लेकिन ध्यान रखें – डॉक्टर की सलाह के बिना बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाने से बचें।


🏥 मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा – आपके स्वस्थ मातृत्व की देखभाल में अग्रणी!

अगर आप दरभंगा या आसपास के क्षेत्र में गर्भवती हैं और विश्वसनीय अल्ट्रासाउंड सुविधा चाहती हैं, तो मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल आपके लिए सही जगह है।

🔹 अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कुमारी शिल्पा के मार्गदर्शन में
🔹 अत्याधुनिक 4D और 3D अल्ट्रासाउंड तकनीक
🔹 गर्भावस्था की पूरी निगरानी और बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएँ
🔹 नॉर्मल डिलीवरी को प्राथमिकता और हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी की विशेष देखभाल

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सही समय पर अल्ट्रासाउंड करवाएँ और अपने शिशु को स्वस्थ रखें!

गर्भावस्था के दौरान अल्ट्रासाउंड सिर्फ एक जाँच नहीं, बल्कि आपके और आपके शिशु के स्वास्थ्य की सुरक्षा का एक जरिया है। सही समय पर सही स्कैन कराने से न केवल गर्भावस्था को सुरक्षित बनाया जा सकता है, बल्कि किसी भी संभावित समस्या का समय पर समाधान भी किया जा सकता है।

अगर आप गर्भवती हैं, तो अपनी डॉक्टर से समय पर परामर्श लें और नियमित अल्ट्रासाउंड स्कैन करवाएँ।

📢 इस जानकारी को शेयर करें ताकि हर गर्भवती महिला को सही मार्गदर्शन मिल सके! 💬😊

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