दरभंगा में IUI प्रक्रिया के दौरान क्या उम्मीद करें?
बांझपन (Infertility) से जूझ रहे दंपतियों के लिए IUI (Intrauterine Insemination) एक प्रभावी, सुरक्षित और किफायती उपचार है। अगर आप दरभंगा में IUI कराने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि इस प्रक्रिया के दौरान क्या उम्मीद की जाए। इस ब्लॉग में हम IUI प्रक्रिया के हर चरण को विस्तार से समझाएंगे ताकि आप मानसिक रूप से तैयार रह सकें।
IUI प्रक्रिया से पहले की तैयारी
IUI से पहले डॉक्टर कुछ आवश्यक जांच और तैयारियां करते हैं:
✅ महिला की फर्टिलिटी जांच: ओव्यूलेशन ट्रैकिंग, हार्मोनल टेस्ट और अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं ताकि सही समय पर IUI की योजना बनाई जा सके।
✅ पुरुष के स्पर्म की जांच: स्पर्म क्वालिटी, संख्या और गतिशीलता को जांचा जाता है।
✅ ओव्यूलेशन इंडक्शन (अगर जरूरी हो): यदि महिला का ओव्यूलेशन अनियमित है, तो डॉक्टर दवाओं की मदद से अंडाणु (Egg) का विकास कराते हैं।
✅ रक्त परीक्षण और अल्ट्रासाउंड: महिला के अंडाशय (Ovaries) और एंडोमेट्रियम (गर्भाशय की परत) की जांच की जाती है।
जब ओव्यूलेशन का सही समय आ जाता है, तब IUI प्रक्रिया की जाती है।
IUI प्रक्रिया के चरण
IUI एक सरल और दर्दरहित प्रक्रिया है, जिसे कुछ मिनटों में पूरा किया जाता है। यह चार मुख्य चरणों में होती है:
1. ओव्यूलेशन ट्रैकिंग और अंडाणु रिलीज
महिला के मासिक चक्र (Menstrual Cycle) के अनुसार ओव्यूलेशन ट्रैक किया जाता है। कई बार ओव्यूलेशन को बढ़ाने के लिए HCG इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे सही समय पर अंडाणु रिलीज हो सके।
2. स्पर्म की तैयारी
- IUI के दिन, पुरुष के स्पर्म का सैंपल लिया जाता है।
- लैब में स्पर्म को धोकर तैयार किया जाता है ताकि सबसे अच्छे और गतिशील स्पर्म का चयन हो सके।
- अगर डोनर स्पर्म का उपयोग हो रहा है, तो पहले से तैयार सैंपल प्रयोग किया जाता है।
3. स्पर्म को गर्भाशय में डालना (IUI प्रक्रिया)
- महिला को सामान्य गाइनोकॉलॉजी जांच पोजीशन में बैठाया जाता है।
- डॉक्टर एक पतली ट्यूब (कैथेटर) की मदद से स्वस्थ स्पर्म को गर्भाशय में इंजेक्ट करते हैं।
- यह प्रक्रिया मात्र 5-10 मिनट में पूरी हो जाती है और आमतौर पर दर्दरहित होती है।
- इसके बाद महिला को कुछ मिनट आराम करने की सलाह दी जाती है।
4. IUI के बाद की देखभाल
- IUI के बाद कुछ महिलाओं को हल्का ऐंठन (Cramps) या मामूली रक्तस्राव हो सकता है, जो सामान्य है।
- महिला को भारी शारीरिक कार्य और तनाव से बचने की सलाह दी जाती है।
- डॉक्टर IUI के 2 हफ्ते बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट करने की सलाह देते हैं।
IUI के बाद किन बातों का ध्यान रखें?
✅ आराम करें और भारी व्यायाम से बचें।
✅ संतुलित आहार लें और पानी अधिक पिएं।
✅ डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का सही समय पर सेवन करें।
✅ अत्यधिक तनाव से बचें, क्योंकि यह सफलता दर को प्रभावित कर सकता है।
दरभंगा में IUI कहां करवाएं?
अगर आप बिहार में रहते हैं और IUI प्रक्रिया करवाना चाहते हैं, तो मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
🔹 डॉ. कुमारी शिल्पा जैसी अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ और आधुनिक लैब सुविधाओं के साथ यहां IUI और अन्य फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की पूरी सुविधा उपलब्ध है।
📍 पता: तारा होटल वाली गली में, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा
📞 अपॉइंटमेंट के लिए कॉल करें: +91 92791 37033
निष्कर्ष
IUI एक सरल, किफायती और प्रभावी उपचार है जो कई दंपतियों को माता-पिता बनने में मदद कर सकता है। अगर आप दरभंगा में IUI कराने की योजना बना रहे हैं, तो सही जानकारी और विशेषज्ञ मार्गदर्शन से यह प्रक्रिया आपके लिए सफल हो सकती है। 💕👶✨