हार्मोनल इम्बैलेंस और पीरियड्स का सीधा कनेक्शन
हमारी मासिक धर्म प्रणाली (Menstrual Cycle) एक बहुत ही सटीक हार्मोनल बैलेंस पर टिकी होती है। अगर आपके शरीर में हार्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) होता है, तो इसका सीधा असर आपके पीरियड्स पर पड़ता है – चाहे वो समय से पहले आ जाएं, लंबे समय तक चले या रुक ही जाएं।
💡 हार्मोन क्या भूमिका निभाते हैं?
हर महीने ओवरी (अंडाशय) में अंडाणु का बनना और गर्भाशय की परत का मोटा होना हार्मोन द्वारा नियंत्रित होता है। मुख्य हार्मोन हैं:
- एस्ट्रोजन (Estrogen)
- प्रोजेस्टेरोन (Progesterone)
- एफएसएच (FSH)
- एलएच (LH)
- थायरॉइड हार्मोन और इंसुलिन भी अप्रत्यक्ष रूप से असर डालते हैं।
जब इन हार्मोन्स में असंतुलन होता है, तो पीरियड्स अनियमित, ज्यादा भारी, बहुत हल्के या लंबे समय तक रुक सकते हैं।
⚠️ संकेत जो हार्मोनल असंतुलन के हो सकते हैं:
- पीरियड्स की डेट्स बार-बार बदलना
- बहुत हल्के या बहुत भारी ब्लीडिंग
- पीरियड्स में दर्द या मूड स्विंग्स
- चेहरे पर पिंपल्स या बालों का असमान बढ़ना
- थकान, वज़न बढ़ना या बाल झड़ना
🤔 किन कारणों से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है?
- PCOS (Polycystic Ovary Syndrome)
- थायरॉइड गड़बड़ी (Hypo/Hyperthyroidism)
- तनाव (Stress)
- गलत खान-पान और मोटापा
- डायबिटीज या इंसुलिन रेजिस्टेंस
🩺 समाधान क्या हैं?
डॉ. कुमारी शिल्पा कहती हैं कि सही निदान और लाइफस्टाइल चेंज से हार्मोनल बैलेंस वापस लाया जा सकता है:
✅ ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के ज़रिए डायग्नोसिस
✅ हार्मोन बैलेंसिंग मेडिकेशन
✅ खान-पान में बदलाव (जैसे हरी सब्जियां, कम शुगर)
✅ नियमित व्यायाम और योग
✅ मानसिक तनाव कम करना – मेडिटेशन, स्लीप हाइजीन
🏥 कहां लें सही इलाज?
मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. कुमारी शिल्पा द्वारा महिलाओं को हार्मोनल स्वास्थ्य से जुड़ी समस्त सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
📍 पता: तारा होटल वाली गली, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा
📞 अपॉइंटमेंट: +91 92791 37033
🧡 निष्कर्ष:
अगर आपको लगता है कि आपकी पीरियड्स बार-बार गड़बड़ हो रही हैं, तो यह हार्मोनल इम्बैलेंस का संकेत हो सकता है। समय पर जाँच और इलाज से आप न सिर्फ बेहतर मासिक धर्म अनुभव कर सकती हैं, बल्कि भविष्य की कई समस्याओं से भी बच सकती हैं।