HPV Vaccine: What It Is and Why It’s Important for Women.

एचपीवी वैक्सीन: महिलाओं के लिए क्या है और क्यों है ज़रूरी
डॉ. कुमारी शिल्पा द्वारा सुझावित, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा

आज की आधुनिक जीवनशैली में महिलाएं अपने करियर, घर और ज़िम्मेदारियों के बीच अकसर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पातीं। लेकिन कुछ बीमारियाँ ऐसी होती हैं जिन्हें सिर्फ़ शुरुआती जागरूकता और एक छोटी-सी सावधानी से पूरी तरह रोका जा सकता है। ऐसी ही एक गंभीर बीमारी है — सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer), और इससे बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine)

💠 एचपीवी क्या है?
एचपीवी यानी Human Papillomavirus, एक बहुत ही आम वायरस है जो त्वचा और प्रजनन अंगों के संपर्क से फैलता है। इसके 100 से ज़्यादा प्रकार हैं, जिनमें से कुछ ख़ास प्रकार जैसे HPV-16 और HPV-18 महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर (सर्वाइकल कैंसर) का कारण बनते हैं। अधिकांश मामलों में संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह कैंसर का रूप ले सकता है।

🌸 एचपीवी वैक्सीन क्या करती है?
एचपीवी वैक्सीन शरीर की रोग-प्रतिरोधक प्रणाली (immune system) को इस वायरस से लड़ने के लिए तैयार करती है। यह वैक्सीन उन वायरस प्रकारों से सुरक्षा देती है जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। इस वैक्सीन के कारण शरीर में एंटीबॉडी बन जाती हैं, जो भविष्य में होने वाले संक्रमण से बचाती हैं।

🩺 किन महिलाओं को लगवानी चाहिए एचपीवी वैक्सीन?

  • किशोरियों (9 से 14 वर्ष की आयु) में यह वैक्सीन सबसे प्रभावी मानी जाती है।
  • 15 से 26 वर्ष तक की महिलाएं भी इसे लगवा सकती हैं।
  • कुछ विशेषज्ञ इसे 45 वर्ष तक की महिलाओं को भी सलाह देते हैं, अगर उन्होंने पहले एचपीवी संक्रमण नहीं झेला हो।

💉 वैक्सीन की खुराक (Dosage):

  • 9 से 14 वर्ष की आयु में: 2 खुराक (6 महीने के अंतराल में)
  • 15 वर्ष या अधिक की आयु में: 3 खुराक (0 महीने, 1-2 महीने और 6 महीने पर)

इन वैक्सीन के सामान्य ब्रांड नाम हैं – Cervavac, Gardasil, और Cervarix।

🚨 एचपीवी संक्रमण और सर्वाइकल कैंसर के लक्षण:

  • योनि से अनियमित रक्तस्राव
  • संभोग के बाद दर्द या रक्तस्राव
  • पीठ या पेल्विक एरिया में लगातार दर्द
  • अत्यधिक सफेद स्राव या उसका बदला रंग
    ये लक्षण अगर लंबे समय तक बने रहें तो गाइनोकॉलजिस्ट से तुरंत परामर्श लें।

🩸 एचपीवी वैक्सीन क्यों है ज़रूरी?

  1. सर्वाइकल कैंसर से 90% तक सुरक्षा प्रदान करती है।
  2. यह सुरक्षित, प्रभावी और लंबे समय तक सुरक्षा देने वाली है।
  3. वैक्सीन लगाने से न केवल कैंसर बल्कि अन्य एचपीवी-संबंधी संक्रमणों से भी बचाव होता है।
  4. यह महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता, आत्मविश्वास और प्रजनन स्वास्थ्य को सुरक्षित रखती है।

💗 डॉ. कुमारी शिल्पा की सलाह – सावधानियाँ और देखभाल

  1. नियमित जांच करवाएँ:
    हर महिला को कम से कम 3 साल में एक बार Pap Smear Test और HPV DNA Test करवाना चाहिए। ये टेस्ट गर्भाशय ग्रीवा में किसी भी शुरुआती बदलाव का पता लगाते हैं।
  2. वैक्सीन के बाद भी स्क्रीनिंग ज़रूरी है:
    एचपीवी वैक्सीन पूरी तरह से संक्रमण को रोकती है, लेकिन सभी प्रकारों से नहीं। इसलिए नियमित जांच आवश्यक है।
  3. सुरक्षित यौन संबंध बनाए रखें:
    एक से अधिक पार्टनर के साथ असुरक्षित संबंध एचपीवी संक्रमण का खतरा बढ़ाते हैं। इसलिए हमेशा सुरक्षित उपाय अपनाएँ।
  4. स्वच्छता और पोषण पर ध्यान दें:
    अच्छा आहार, विटामिन्स, और स्वच्छ जीवनशैली आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं।

📍 दरभंगा में एचपीवी वैक्सीन कहाँ लगवाएँ?
मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में डॉ. कुमारी शिल्पा की देखरेख में एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध है। यहाँ महिलाओं को टीकाकरण, स्क्रीनिंग और उचित परामर्श आधुनिक तकनीक के साथ दिया जाता है।

📞 अपॉइंटमेंट के लिए संपर्क करें:
📱 +91 92791 37033
📍 तारा होटल वाली गली, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा

💬 निष्कर्ष:
एचपीवी वैक्सीन एक ऐसा कदम है जो कई महिलाओं की ज़िंदगी को बचा सकता है। यह सिर्फ़ एक इंजेक्शन नहीं, बल्कि कैंसर से बचाव की एक ढाल है। समय पर वैक्सीन और नियमित जांच हर महिला के लिए अनिवार्य है। जागरूक बनें, सुरक्षित रहें, और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें — क्योंकि आपकी सेहत ही आपकी सबसे बड़ी शक्ति है।

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