गर्भावस्था एक खूबसूरत लेकिन चुनौतीपूर्ण सफर होता है, और इस दौरान कुछ महिलाओं को गर्भकालीन मधुमेह (Gestational Diabetes Mellitus – GDM) हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भावस्था के दौरान ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, लेकिन सही देखभाल और लाइफस्टाइल मैनेजमेंट से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
डॉ. कुमारी शिल्पा, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में गर्भवती महिलाओं को गर्भकालीन मधुमेह के कारण, लक्षण और इसके नियंत्रण के उपायों पर सही मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।
📌 गर्भकालीन मधुमेह (Gestational Diabetes) क्या है?
गर्भकालीन मधुमेह वह स्थिति होती है जब गर्भावस्था के दौरान ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। ऐसा तब होता है जब गर्भावस्था के हार्मोन इंसुलिन (Insulin) के कार्य में बाधा डालते हैं, जिससे शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है।
अगर इसे सही समय पर नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह माँ और बच्चे दोनों के लिए जटिलताएँ पैदा कर सकता है।
🛑 गर्भकालीन मधुमेह के लक्षण
गर्भकालीन मधुमेह अक्सर बिना किसी स्पष्ट लक्षण के हो सकता है, लेकिन कुछ संकेत इस प्रकार हैं:
✔️ बहुत अधिक प्यास लगना
✔️ बार-बार पेशाब आना
✔️ अत्यधिक थकान महसूस होना
✔️ धुंधला दिखाई देना
✔️ बार-बार यूरिन इंफेक्शन होना
✔️ अत्यधिक भूख लगना
अगर आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉ. कुमारी शिल्पा (मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा) से संपर्क करें।
🤰 गर्भकालीन मधुमेह के कारण कौन सी महिलाएँ अधिक जोखिम में हैं?
कुछ महिलाओं में गर्भकालीन मधुमेह का खतरा अधिक हो सकता है, जैसे:
🔹 जिनका वजन अधिक है (BMI 25 से ज्यादा)
🔹 जिनका पारिवारिक इतिहास डायबिटीज़ का है
🔹 पहले की गर्भावस्था में GDM हो चुका हो
🔹 जिन्हें PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) है
🔹 जिन्होंने पिछले बच्चे के समय अधिक वजन वाला बच्चा (4 kg या उससे अधिक) जन्म दिया हो
🔹 जिनकी जीवनशैली बहुत ज़्यादा सुस्त (sedentary) है
अगर आप इनमें से किसी भी श्रेणी में आती हैं, तो अपनी गर्भावस्था के दौरान ब्लड शुगर टेस्ट करवाना बेहद ज़रूरी है।
🩺 गर्भकालीन मधुमेह का निदान कैसे किया जाता है?
गर्भकालीन मधुमेह की पहचान ओरल ग्लूकोज़ टॉलरेंस टेस्ट (OGTT) से की जाती है, जिसे 24 से 28 सप्ताह के बीच किया जाता है। इस टेस्ट में:
✅ पहले ब्लड सैंपल लिया जाता है
✅ फिर मीठा घोल (ग्लूकोज़ सॉल्यूशन) पीने के बाद ब्लड टेस्ट किया जाता है
✅ इसके आधार पर डॉक्टर ब्लड शुगर लेवल को जाँचते हैं
अगर शुगर का स्तर अधिक आता है, तो डॉक्टर आपको सही डाइट और एक्सरसाइज़ के सुझाव देंगे।
🥗 गर्भकालीन मधुमेह को नियंत्रित करने के आसान उपाय
1️⃣ हेल्दी डाइट अपनाएँ
आपकी डाइट में ये चीज़ें शामिल होनी चाहिए:
✔️ फाइबर युक्त आहार – हरी सब्ज़ियाँ, दालें, बीन्स और साबुत अनाज खाएँ।
✔️ प्रोटीन युक्त भोजन – दूध, पनीर, अंडे, दालें और सोया प्रोडक्ट्स लें।
✔️ कम GI (Glycemic Index) वाले कार्ब्स – ब्राउन राइस, मल्टीग्रेन आटा, ओट्स आदि।
✔️ मीठे और प्रोसेस्ड फूड से बचें – कोल्ड ड्रिंक्स, मिठाइयाँ और बेकरी आइटम्स कम करें।
2️⃣ नियमित एक्सरसाइज़ करें
गर्भावस्था में हल्का व्यायाम और वॉक करना ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने में मदद करता है।
🧘♀️ 30 मिनट की हल्की वॉक रोज़ करें।
🧘♀️ प्रेग्नेंसी योगा और स्ट्रेचिंग अपनाएँ (डॉक्टर की सलाह से)।
3️⃣ ब्लड शुगर की नियमित जाँच करें
गर्भकालीन मधुमेह से बचने के लिए ब्लड शुगर लेवल मॉनिटर करना ज़रूरी है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार घर पर भी ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल करें।
4️⃣ अधिक पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें
💧 पानी और हर्बल टी पीने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
5️⃣ स्ट्रेस से बचें और पर्याप्त नींद लें
😌 स्ट्रेस से ब्लड शुगर बढ़ सकता है, इसलिए ध्यान (Meditation) करें और पूरी नींद लें।
🚑 गर्भकालीन मधुमेह से जुड़ी संभावित जटिलताएँ
अगर GDM को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह कुछ गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकता है:
⚠️ समय से पहले डिलीवरी का खतरा
⚠️ बच्चे का वजन अधिक (Macrosomia) होने से नॉर्मल डिलीवरी में दिक्कत
⚠️ बच्चे में लो ब्लड शुगर (Hypoglycemia) का खतरा
⚠️ भविष्य में माँ और बच्चे दोनों को टाइप-2 डायबिटीज़ का खतरा
इसलिए, समय पर सही देखभाल और उपचार बेहद ज़रूरी है।
🏥 मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में गर्भकालीन मधुमेह की बेहतरीन देखभाल
डॉ. कुमारी शिल्पा, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में गर्भकालीन मधुमेह से जुड़ी जाँच, सही डाइट प्लान और उपचार प्रदान करती हैं।
✅ विशेषज्ञ परामर्श और रेगुलर चेकअप
✅ पर्सनलाइज्ड डाइट और एक्सरसाइज़ प्लान
✅ ब्लड शुगर की मॉनिटरिंग और उचित देखभाल
✅ नॉर्मल डिलीवरी के लिए बेहतरीन गाइडेंस
📍 अगर आप गर्भकालीन मधुमेह से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना कर रही हैं, तो “मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा” में डॉ. कुमारी शिल्पा से सलाह लें।
📞 अपॉइंटमेंट के लिए कॉल करें: +91 92791 37033
📍 क्लिनिक का पता: तारा होटल वाली गली में, अयाची नगर, बेंता , दरभंगा
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