A young Indian girl holding her stomach in discomfort, symbolizing period pain and hormonal imbalance. Background includes a calendar showing missed periods and medical icons.

The Impact of Hormonal Imbalances on Periods.

क्या आपके पीरियड्स कभी समय पर आते हैं, तो कभी हफ्तों या महीनों तक नहीं आते?
क्या कभी अचानक बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है, या बहुत कम?
तो हो सकता है कि इसके पीछे कारण हो – हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)।

आज हम बात करेंगे कि हार्मोनल बदलाव कैसे हमारे मासिक धर्म (Periods) को प्रभावित करते हैं, और इसे कैसे समझें और सही करें।


🧬 हार्मोनल असंतुलन क्या है?

हमारी बॉडी में एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन, एफएसएच, एलएच, थायरॉइड, इंसुलिन जैसे कई हार्मोन होते हैं, जो पीरियड साइकल को कंट्रोल करते हैं।
जब इनमें से कोई भी हार्मोन असंतुलित हो जाता है, तो मासिक धर्म अनियमित (Irregular periods) हो सकते हैं।


🩸 पीरियड्स पर हार्मोनल असंतुलन के लक्षण

  • 🔴 पीरियड्स का देर से आना या जल्दी आ जाना
  • 🔴 बहुत ज्यादा या बहुत कम ब्लीडिंग
  • 🔴 पीरियड्स मिस होना (Amenorrhea)
  • 🔴 पीरियड्स के साथ तेज़ दर्द
  • 🔴 मूड स्विंग्स, सिर दर्द, थकान

🤔 किन कारणों से होता है हार्मोनल असंतुलन?

  • 🥵 तनाव (Stress)
  • 🍕 खराब डाइट और फास्ट फूड
  • 💤 नींद की कमी
  • ⚖️ वजन का बहुत ज्यादा बढ़ना या कम होना
  • 🧬 पीसीओएस (PCOS), थायरॉइड की समस्या
  • 💊 कुछ दवाइयों का असर

👩‍⚕️ डॉ. कुमारी शिल्पा कहती हैं:

“अगर आपकी बेटी की पीरियड्स की समस्या बार-बार हो रही है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। समय पर जांच और इलाज से हार्मोनल असंतुलन को कंट्रोल किया जा सकता है।”


✅ समाधान क्या है?

  1. संतुलित आहार लें: हरी सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज, ओमेगा-3 फैटी एसिड
  2. तनाव कम करें: योग, मेडिटेशन, आराम
  3. नियमित व्यायाम करें: हर दिन 30 मिनट चलना भी फायदेमंद है
  4. नींद पूरी लें: रोज़ कम से कम 7-8 घंटे की नींद
  5. गाइनाकोलॉजिस्ट से सलाह लें: सही जांच से कारण पता चलेगा

🏥 कहाँ इलाज करवाएं?

मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में किशोरियों और महिलाओं की हार्मोनल हेल्थ को ध्यान में रखकर पूरा इलाज किया जाता है।
डॉ. कुमारी शिल्पा, अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ, आपकी हर जिज्ञासा और समस्या को गंभीरता से सुनती हैं और उचित मार्गदर्शन देती हैं।

📍 पता: तारा होटल वाली गली, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा
📞 कॉल करें: +91 92791 37033


💬 निष्कर्ष:

हार्मोनल असंतुलन को समझना और सही समय पर उसका इलाज करवाना बहुत जरूरी है। पीरियड्स अनियमित हों, तो उसे नजरअंदाज न करें।
समस्या छोटी हो या बड़ी – जागरूकता ही समाधान की पहली सीढ़ी है।


अगर आप या आपकी बेटी को पीरियड्स से जुड़ी कोई भी समस्या हो रही है – तो अभी डॉक्टर से सलाह लें।
मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल में आपका स्वागत है!

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