PCOS and insulin Resistance

Understanding the Link Between PCOS and Insulin Resistance.

PCOS और इंसुलिन रेजिस्टेंस: क्या है इन दोनों के बीच का कनेक्शन? (Conversational Hindi Blog)

नमस्ते! 😊
अगर आप या आपके किसी जानने वाले को PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) है, तो आपने शायद ये शब्द ज़रूर सुना होगा — “इंसुलिन रेजिस्टेंस”
अब सवाल ये आता है —
👉 PCOS का इंसुलिन से क्या लेना-देना है?
👉 और इंसुलिन रेजिस्टेंस होता क्या है?

चलिए, आज हम बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं कि ये सब कैसे जुड़ा हुआ है — और कैसे आप इसे कंट्रोल कर सकती हैं।


💡 इंसुलिन रेजिस्टेंस होता क्या है?

इंसुलिन एक हार्मोन है जो आपके शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।
जब आप कुछ खाते हैं, तो शरीर में शुगर (ग्लूकोज़) बढ़ती है, और इंसुलिन उसे आपके सेल्स में पहुंचाने में मदद करता है, ताकि उसे एनर्जी में बदला जा सके।

पर जब इंसुलिन रेजिस्टेंस हो जाता है, तो आपके सेल्स इंसुलिन पर ठीक से रिस्पॉन्ड नहीं करते।
मतलब —
👉 ब्लड में शुगर बना रहता है
👉 और शरीर और ज्यादा इंसुलिन बनाता है

ये एक्स्ट्रा इंसुलिन ही PCOS को और खराब करता है।


🤔 तो इंसुलिन रेजिस्टेंस और PCOS कैसे जुड़े हैं?

बहुत सी महिलाएं जिनको PCOS होता है, उनमें इंसुलिन रेजिस्टेंस भी होता है।
इसका असर कुछ इस तरह होता है:

1️⃣ वजन तेजी से बढ़ता है, खासकर पेट के आसपास
2️⃣ शरीर में एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) बढ़ जाते हैं, जिससे:

  • चेहरे पर बाल आने लगते हैं
  • मुंहासे बढ़ जाते हैं
  • पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं
    3️⃣ फर्टिलिटी पर भी असर पड़ता है

यानि सीधी बात —
जितना ज़्यादा इंसुलिन, उतना ज़्यादा PCOS का असर।


कैसे जानें कि आपको इंसुलिन रेजिस्टेंस है?

कुछ आम लक्षण:

  • जल्दी थक जाना
  • पेट के पास मोटापा बढ़ना
  • मीठा खाने की बहुत इच्छा होना
  • पीसीओएस के लक्षण जैसे अनियमित पीरियड्स, मुंहासे
  • डार्क पैचेज़ – गर्दन या अंडरआर्म्स में काली स्किन

🔬 डॉक्टर कुछ ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं, जैसे:

  • Fasting Insulin
  • Glucose Tolerance Test
  • HbA1c

🍽️ क्या करें अगर इंसुलिन रेजिस्टेंस है?

अच्छी बात ये है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस को डाइट और लाइफस्टाइल से कंट्रोल किया जा सकता है।

1. डाइट में बदलाव लाएं:

  • कम कार्ब वाली चीजें खाएं (जैसे ब्राउन राइस, ओट्स, सब्जियाँ)
  • हाई फाइबर डाइट लें (फल, हरी सब्जियाँ)
  • मीठा, सफेद ब्रेड और जंक फूड कम करें
  • छोटे-छोटे मील दिन में 4-5 बार खाएं

2. रोज़ एक्सरसाइज़ करें:

  • वॉकिंग, योगा, ज़ुम्बा – जो आपको पसंद हो
  • 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी ज़रूरी है

3. वजन कंट्रोल में रखें:

  • सिर्फ 5% वजन कम करने से भी PCOS और इंसुलिन पर असर पड़ता है

4. डॉक्टर से सलाह लें:

  • ज़रूरत पड़ी तो डॉक्टर मेटफॉर्मिन जैसी दवाइयाँ भी दे सकते हैं, जो इंसुलिन रेजिस्टेंस को कंट्रोल करती हैं

🧘‍♀️ थोड़ा मानसिक तनाव भी कम करें

तनाव भी हार्मोनल इम्बैलेंस बढ़ा सकता है।
रोज़ कुछ मिनट मेडिटेशन या गहरी साँसें लेना आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद रहेगा।


📝 अंत में बात इतनी सी है…

अगर आप PCOS से जूझ रही हैं, तो इंसुलिन रेजिस्टेंस को समझना और कंट्रोल करना बहुत ज़रूरी है।
छोटे-छोटे बदलाव आपके शरीर पर बड़ा असर डाल सकते हैं।

खुद का ख्याल रखें, खानपान सही रखें और ज़रूरत पड़ने पर अपने नजदीकी गायनेकोलॉजिस्ट से संपर्क ज़रूर करें — खासकर अगर आप बिहार या दरभंगा जैसी जगह पर रहती हैं, जहां सही जानकारी मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।


अगर ये जानकारी आपके काम आई हो, तो इसे अपनी बहन, दोस्त या किसी भी महिला से ज़रूर शेयर करें जिसे इसकी ज़रूरत हो सकती है।
आप अकेली नहीं हैं — और सही जानकारी के साथ, PCOS को संभालना मुमकिन है! 💪🌸

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