आज के समय में महिलाओं के लिए reproductive health यानी प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखना बेहद जरूरी हो गया है। बदलती जीवनशैली, असंतुलित खानपान, तनाव, और हार्मोनल बदलावों के कारण female infertility की समस्या तेजी से बढ़ रही है। अनुमान के अनुसार, कई महिलाएं infertility causes की वजह से गर्भधारण में कठिनाई महसूस करती हैं, लेकिन समय पर पहचान और सही infertility treatment से इस समस्या का समाधान संभव है।
1. ओव्यूलेशन की समस्या (Ovulation Problems)
महिलाओं में बांझपन का सबसे बड़ा कारण ovulation disorder होता है। जब अंडाशय (ovaries) नियमित रूप से अंडा रिलीज नहीं करते, तो गर्भधारण मुश्किल हो जाता है।
मुख्य कारण:
हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
अत्यधिक वजन बढ़ना या बहुत कम वजन होना
थायरॉयड की समस्या
अत्यधिक तनाव
यदि महिला को अनियमित पीरियड्स होते हैं, तो यह ओव्यूलेशन समस्या का संकेत हो सकता है।
2. पीसीओएस (PCOS – Polycystic Ovary Syndrome)
PCOS आज महिलाओं में सबसे आम प्रजनन संबंधी बीमारी है। इसमें शरीर में एंड्रोजन हार्मोन बढ़ जाते हैं और अंडा सही समय पर विकसित नहीं हो पाता।
PCOS के प्रभाव:
अनियमित माहवारी
चेहरे/शरीर पर अत्यधिक बाल
वजन बढ़ना
मुंहासे
ओव्यूलेशन न होना
PCOS महिलाओं में female infertility का प्रमुख कारण माना जाता है, लेकिन सही इलाज और जीवनशैली सुधार से गर्भधारण संभव है।
3. एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)
यह एक स्थिति है जिसमें गर्भाशय की परत (endometrium) गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगती है। यह अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब और आसपास के अंगों को प्रभावित कर सकती है।
प्रभाव:
ट्यूब ब्लॉकेज
भारी दर्द के साथ पीरियड्स
यौन संबंध के दौरान दर्द
प्रजनन क्षमता में कमी
एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं के लिए शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह की चुनौतियाँ लेकर आती है।
4. फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज (Blocked Fallopian Tubes)
फैलोपियन ट्यूब में रुकावट आने से शुक्राणु अंडे तक नहीं पहुँच पाता और निषेचन नहीं हो पाता। यह बांझपन का एक बड़ा कारण है।
ब्लॉकेज के कारण:
पेल्विक इंफेक्शन
यौन संचारित रोग (STDs)
एंडोमेट्रियोसिस
पिछले सर्जरी के कारण बनी चिपकन (adhesions)
ट्यूब ब्लॉकेज का पता अक्सर HSG टेस्ट, सोनोग्राफी या लैप्रोस्कोपी से चलता है।
5. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
हार्मोन महिला के पूरे प्रजनन चक्र को नियंत्रित करते हैं। जब हार्मोन संतुलन बिगड़ता है, तो माहवारी, ओव्यूलेशन और गर्भधारण सभी प्रभावित होते हैं।
सामान्य हार्मोन समस्याएं:
प्रोलैक्टिन का बढ़ना
थायरॉयड (Hypothyroidism/Hyperthyroidism)
इंसुलिन रेजिस्टेंस
हार्मोन असंतुलन महिलाओं में infertility causes का एक प्रमुख हिस्सा है।
6. उम्र का बढ़ना (Age Factor)
35 वर्ष के बाद महिलाओं की प्रजनन क्षमता स्वाभावत: कम होती है।
अंडों की संख्या घटने लगती है
अंडों की गुणवत्ता कम होती है
गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है
इसलिए विशेषज्ञ समय पर प्लानिंग करने की सलाह देते हैं।
7. जीवनशैली संबंधी कारण (Lifestyle Factors)
आज की आधुनिक दिनचर्या भी गर्भधारण में बड़ी भूमिका निभाती है।
मुख्य कारण:
अत्यधिक तनाव
धूम्रपान या शराब
नींद की कमी
पोषण की कमी
अधिक कैफीन
संतुलित दिनचर्या और पौष्टिक आहार प्रजनन क्षमता को सुधारने में मदद करते हैं।
8. यूट्रस या सर्विक्स की समस्याएं (Uterine or Cervical Issues)
कुछ महिलाओं में गर्भाशय की संरचना में बदलाव या गर्भाशय फाइब्रॉइड्स जैसे कारण गर्भधारण में बाधा पैदा करते हैं।
इनमें शामिल हैं:
फाइब्रॉइड्स
पॉलीप्स
गर्भाशय की जन्मजात संरचनात्मक समस्याएं
सर्वाइकल म्यूकस की खराब गुणवत्ता
महिलाओं में बांझपन का इलाज (Infertility Treatment)
बांझपन का इलाज बिल्कुल संभव है। आधुनिक तकनीकें जैसे —
Ovulation Induction
IUI (Intrauterine Insemination)
IVF (In Vitro Fertilization)
ICSI
Laparoscopy
कई महिलाओं के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आती हैं।
समय पर जांच, सही डॉक्टर और व्यक्तिगत उपचार योजना के साथ गर्भधारण की संभावनाएँ काफी बढ़ जाती हैं।
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