महिलाओं के लिए सामान्य रोकथाम जांचें — क्या जानना ज़रूरी है
डॉ. कुमारी शिल्पा द्वारा सुझावित, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा
आज की व्यस्त जीवनशैली में महिलाएं अपने परिवार, करियर और जिम्मेदारियों में इतनी व्यस्त रहती हैं कि अपने स्वास्थ्य की देखभाल को अक्सर पीछे छोड़ देती हैं। लेकिन सच यह है कि नियमित स्वास्थ्य जांच (Preventive Screenings) ही बीमारियों को समय रहते पहचानने और रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसलिए हर उम्र की महिलाओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण मेडिकल जांचें कराना बेहद आवश्यक है।
🌸 रोकथाम जांच क्यों ज़रूरी है?
अक्सर बीमारियां तब तक सामने नहीं आतीं जब तक वे गंभीर अवस्था में न पहुँच जाएं। लेकिन नियमित जांच से आप:
- बीमारी को शुरुआती स्तर पर पहचान सकती हैं।
- सही समय पर उपचार शुरू करवा सकती हैं।
- भविष्य में गंभीर जटिलताओं से बच सकती हैं।
- अपने जीवन की गुणवत्ता और ऊर्जा दोनों को बनाए रख सकती हैं।
🩺 महिलाओं के लिए आवश्यक प्रमुख जांचें
1. Pap Smear (सर्वाइकल कैंसर जांच)
यह जांच गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) में होने वाले कैंसर या उसके शुरुआती लक्षणों को पहचानने में मदद करती है।
- शुरूआत: 21 वर्ष की उम्र के बाद हर महिला को करानी चाहिए।
- आवृत्ति: हर 3 वर्ष में एक बार।
- यदि HPV Test के साथ कराई जाए तो हर 5 वर्ष में एक बार पर्याप्त है।
2. Breast Examination और Mammography
स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसरों में से एक है।
- 30 वर्ष के बाद हर महिला को महीने में एक बार स्वयं स्तन जांच करनी चाहिए।
- 40 वर्ष के बाद Mammography कराना ज़रूरी है।
- अगर परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास है, तो 35 वर्ष से ही जांच शुरू करें।
3. Bone Density Test (हड्डियों की मजबूती की जांच)
महिलाओं में रजोनिवृत्ति (Menopause) के बाद एस्ट्रोजन की कमी के कारण हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं।
- यह जांच ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी की पहचान करती है।
- 40 वर्ष के बाद या मेनोपॉज़ के बाद हर 2 वर्ष में कराना बेहतर है।
- साथ ही कैल्शियम एवं विटामिन D का स्तर भी जांचें।
4. Blood Pressure, Blood Sugar और Lipid Profile
ये जांचें हृदय रोग, मधुमेह और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों की शुरुआती जानकारी देती हैं।
- 30 वर्ष से ऊपर की हर महिला को साल में एक बार ये जांच करानी चाहिए।
- असंतुलित आहार, तनाव, और नींद की कमी इन समस्याओं को बढ़ा सकती हैं।
5. Thyroid Function Test (थायरॉइड जांच)
थायरॉइड असंतुलन महिलाओं में विशेष रूप से आम है और वजन बढ़ना, थकान, मूड स्विंग्स जैसे लक्षण पैदा करता है।
- हर 2 वर्ष में यह जांच कराना लाभदायक है।
- गर्भधारण की योजना बना रहीं महिलाओं के लिए यह जरूरी है।
6. Pelvic Ultrasound (श्रोणि क्षेत्र की सोनोग्राफी)
यह जांच गर्भाशय, अंडाशय और अन्य प्रजनन अंगों की स्थिति जानने में मदद करती है।
- 25 वर्ष की उम्र के बाद हर 2-3 साल में एक बार कराना श्रेष्ठ है।
- इससे सिस्ट, फाइब्रॉइड या अन्य संरचनात्मक बदलावों का पता चल सकता है।
💗 अन्य आवश्यक जांचें जिन पर ध्यान दें:
- CBC Test (हीमोग्लोबिन और एनीमिया की जांच)
- Liver Function Test और Kidney Function Test
- Vitamin B12 और Vitamin D स्तर
- Urine Routine Examination
🌿 सुरक्षा और रोकथाम के लिए सरल कदम (डॉ. शिल्पा की सलाह):
- अपने मासिक धर्म चक्र पर ध्यान दें और किसी भी बदलाव को नज़रअंदाज़ न करें।
- पौष्टिक आहार लें — हरी सब्जियाँ, फल, सूखे मेवे और पर्याप्त पानी ज़रूर शामिल करें।
- नियमित व्यायाम या योग करें ताकि शरीर सक्रिय और स्वस्थ रहे।
- अत्यधिक तनाव से बचें — नींद पूरी लें और ध्यान करें।
- शराब, धूम्रपान या अत्यधिक कैफीन से परहेज करें।
- साल में कम से कम एक बार सामान्य स्वास्थ्य जांच ज़रूर कराएं।
📍 दरभंगा में नियमित स्वास्थ्य जांच कहाँ कराएं?
मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में डॉ. कुमारी शिल्पा और उनकी विशेषज्ञ टीम महिलाओं को व्यापक स्वास्थ्य जांच, कैंसर स्क्रीनिंग, ब्लड प्रोफाइल और हार्मोनल जांच की सुविधाएँ आधुनिक तकनीक के साथ उपलब्ध कराती हैं।
📞 अपॉइंटमेंट के लिए संपर्क करें:
📱 +91 92791 37033
📍 तारा होटल वाली गली, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा
💬 निष्कर्ष
आपका स्वास्थ्य आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है। केवल बीमार होने पर डॉक्टर के पास जाना ही समाधान नहीं है — बल्कि नियमित जांच कराना समझदारी और आत्म-देखभाल का प्रतीक है। आधुनिक चिकित्सा अब रोकथाम पर ज़ोर देती है, और महिलाओं के लिए यह स्वास्थ्यपूर्ण और दीर्घ जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।



