Postpartum Nutrition: What to Eat After Delivery.

प्रसवोत्तर पोषण: डिलीवरी के बाद क्या खाएं
डॉ. कुमारी शिल्पा द्वारा सुझावित, मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा

डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं — शारीरिक थकान, हार्मोनल उतार-चढ़ाव, और भावनात्मक अस्थिरता। इस समय सही पोषण न केवल माँ के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है, बल्कि शिशु के विकास और स्तनपान (Breastfeeding) पर भी गहरा असर डालता है। प्रसवोत्तर अवधि में आहार संतुलित, पौष्टिक और आसानी से पचने वाला होना चाहिए ताकि शरीर जल्दी रिकवर करे और ऊर्जा बनी रहे।

🩺 डिलीवरी के बाद शरीर की ज़रूरतें क्यों बढ़ जाती हैं?

प्रसव के दौरान रक्तस्राव, ऊर्जा की खपत और मांसपेशियों पर पड़ने वाला दबाव शरीर को कमजोर कर देता है। इसके अलावा, नवजात की देखभाल और नींद की कमी मानसिक व शारीरिक थकान को और बढ़ा देती है। यही कारण है कि प्रसवोत्तर आहार में सभी आवश्यक पोषक तत्व — आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन्स और फाइबर — शामिल होना चाहिए।

🥗 प्रसवोत्तर आहार के प्रमुख तत्व

  1. प्रोटीन (Protein)
    शरीर की कोशिकाओं को पुनर्निर्मित करने और ऊतकों की मरम्मत के लिए ज़रूरी।
    शामिल करें – दालें, अंडा, मूंग, सोया बीन, पनीर, मछली, चिकन (यदि मांसाहारी हैं)।
  2. आयरन (Iron)
    खून की कमी से बचाव के लिए आवश्यक।
    पालक, गुड़, चुकंदर, अनार, खजूर, मेथी के साग और मसूर दाल लें।
  3. कैल्शियम (Calcium)
    हड्डियों की मजबूती और बच्चे के स्तनपान के दौरान दूध की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करता है।
    दूध, दही, तिल, बादाम और मेथी के लड्डू अच्छे स्रोत हैं।
  4. फाइबर (Fiber)
    कब्ज की समस्या से बचाव के लिए ज़रूरी।
    साबुत अनाज, फल (जैसे – सेब, पपीता, केला), सब्जियां और पानी की पर्याप्त मात्रा रखें।
  5. विटामिन C और B समूह
    विटामिन C इम्यून सिस्टम मज़बूत करता है, जबकि विटामिन B समूह ऊर्जा बनाए रखता है।
    नींबू, संतरा, आंवला, हरी सब्जियां और अंकुरित दाने लें।

🍼 स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुझाव

  • शरीर में पर्याप्त जल (Water Intake) रखें ताकि दूध की मात्रा बरकरार रहे।
  • कैफीन या अधिक मसालेदार भोजन से बचें।
  • रोज़ाना 500–600 अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है, इसलिए भोजन पौष्टिक और शरीर के लिए उपयोगी रखें।
  • हल्के और बार-बार भोजन करें, ताकि पाचन सुचारू रहे।

🚫 क्या न खाएं

  • फास्ट फूड, तले हुए या अत्यधिक तेल वाले व्यंजन
  • कार्बोनेटेड पेय और अधिक शक्कर वाला भोजन
  • रेड मीट या बहुत मसालेदार पदार्थ जो गैस या एसिडिटी बढ़ाएं
  • शराब या निकोटिनयुक्त पदार्थ (ये स्तनपान को प्रभावित कर सकते हैं)

💪 डिलीवरी के बाद शरीर को मज़बूत करने के घरेलू उपाय

  • मेथी, अजवाइन और हल्दी का सेवन दर्द कम करने और संक्रमण से बचाव में सहायक होता है।
  • गुणकारी लड्डू (गोंद, मेथी, सूखी नारियल और गुड़) ऊर्जा और कैल्शियम प्रदान करते हैं।
  • गुनगुना पानी और हल्का सूप पाचन में मदद करते हैं और शरीर को गर्म रखते हैं।
  • नियमित नींद और आराम भी सही पोषण जितना ही ज़रूरी है।

✅ डॉ. कुमारी शिल्पा के सुझाव

  1. प्रसव के बाद जल्दबाजी से डाइटिंग न करें। शरीर को पोषण की आवश्यकता होती है।
  2. डॉक्टर से परामर्श के बाद व्यक्तिगत आहार योजना बनाएं।
  3. अगर कमजोरी या दूध की कमी महसूस हो, तो ख़ून की जांच (CBC, Ferritin) कराएं।
  4. आयरन और कैल्शियम सप्लिमेंट्स डॉक्टर की सलाह से लें।
  5. समय-समय पर हल्का व्यायाम (जैसे – वॉकिंग या योग) शुरू करें ताकि शरीर सक्रिय रहे।

📍 दरभंगा में प्रसवोत्तर देखभाल कहाँ लें?

मातृका हेरिटेज हॉस्पिटल, दरभंगा में डॉ. कुमारी शिल्पा महिलाओं को प्रसवोत्तर पोषण, स्तनपान सपोर्ट और शारीरिक रिकवरी में विशेषज्ञ सलाह प्रदान करती हैं। यहाँ आहार परामर्श, ब्लड जांच और व्यक्तिगत डाइट प्लान उपलब्ध हैं।

📞 अपॉइंटमेंट के लिए संपर्क करें:
📱 +91 92791 37033
📍 तारा होटल वाली गली, अयाची नगर, बेंता, दरभंगा

💬 निष्कर्ष
डिलीवरी के बाद सही पोषण माँ और शिशु दोनों के जीवन की नींव है। अपने शरीर की ज़रूरतों को समझें, पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता दें, और डॉक्टर की सलाह अनुसार आहार अपनाएं। याद रखें — प्रसवोत्तर पोषण सिर्फ रिकवरी नहीं है, बल्कि मातृत्व की नई यात्रा को ऊर्जा और स्वास्थ्य से भरने की ज़रूरत है।

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